भारत: इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए योजना

भारत: इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए योजना

भारतीय सरकार 2030 तक देश को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलना चाहती है। ये महत्वाकांक्षी योजनाएं आयातित ईंधन पर निर्भरता कम करने की रणनीति और पर्यावरण सुरक्षा उपाय का हिस्सा हैं। गैसोलिन से चलने वाले वाहन भारत के बड़े शहरों में रहने वाले लोगों का दम घोटने वाले भारी स्मोग का निर्माण करते हैं।

यह विषय मॉस्को में हुए SOLARGROUP सम्मेलन में भारतीय सहभागियों द्वारा पेश किया गया। विशेष रूप से, Kirahjeet Singh ने अपनी प्रेज़ेंटेशन में अपने देश का हाल ही का डेटा साझा किया।

यह समस्या केवल भारत की ही नहीं है। स्वच्छ परिवहन पर अंतरराष्ट्रीय परिषद (ICCT) के अनुसार, सख्त निष्कासन नियमों के बावजूद, 2015 में वैश्विक परिवहन से हुए प्रदूषण के कारण लगभग 385,000 मौतें हुई और स्वास्थ्य नुकसान पर $ 1 ट्रिलियन लगे। वाहन के धुएं में मौजूद छोटे कण, नाइट्रोजन ऑक्साइड, हाइड्रोकार्बन और कार्बन मोनोऑक्साइड में लंबे समय तक रहने से लंग कैंसर, दिल की बीमारी, स्ट्रोक और दमे से जुड़ी परेशानियां हो सकती है। वायु प्रदूषण से चीन और भारत में बड़ी संख्या में मौतें होती हैं।

इलेक्ट्रिक वाहनों में जल्दी बदलने के लिए सरकार एक नया प्रोग्राम तैयार कर रही है जिसमें नागरिक इलेक्ट्रिक कार को बिना किसी डाउन पेमेंट के क्रेडिट पर खरीद सकेंगे और जो पैसे वैसे भी वो गैसोलिन में लगाते, उससे लोन का भुगतान करेंगे।

Nitin Gadkari, भारत के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने जून 2022 में कहा: "भारत में, एक साल के अंदर सारी इलेक्ट्रिक कारों की कीमत गैसोलिन से चलने वाली कारों के बराबर होगी।" भारतीय सरकार इलेक्ट्रिक हाइवे बनाने पर भी काम कर रही है जो सोलर पावर से चलेंगे और यह भारी ट्रकों और बसों को चलते समय चार्ज करना आसान बना देगा।

भारत के भारी उद्योग मंत्रालय ने इलेक्ट्रिक वाहनों और संबंधित बुनियादी ढांचे के त्वरित परिचय और उत्पादन के लिए एक योजना बनाई है। इलेक्ट्रिक वाहनों के विकास के लिए प्रोग्राम न केवल राष्ट्रीय स्तर पर, बल्कि 14 भारतीय राज्यों में भी अपनाया गया है।

भारत में बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रिफ़िकेशन के लिए ऑटो रिक्शा और दोपहिया वाहन सबसे आशाजनक हैं। 2025 तक उनके 4 मिलियन से ज़्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों को लाने की उम्मीद है। भारत की इलेक्ट्रिक कार मार्केट भी बढ़ रही है और 2020 की तुलना में 2021 मैं 109% ज़्यादा नए इलैक्ट्रिक कार पंजीकरण के साथ दुनिया की एक लीडिंग मार्केट बनने की क्षमता रखती है।

भारत का उदाहरण यह दिखाता है कि दुनिया को इलेक्ट्रिक परिवहन और इनोवेटिव समाधानों की आवश्यकता है। इसलिए, "Sovelmash" की सेवाएं, जो इन समाधानों को ऑफ़र करती हैं, और ज़्यादा लोकप्रिय होती जा रही हैं।

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