"Duyunov's motors” परियोजना के साप्ताहिक परिणाम
अभ्यास से सिद्ध! "Duyunov's motors" ("डुयुनोव की मोटरें") परियोजना का एक और कार्य सप्ताह इस नारे के साथ बीत गया।
"SovElMash" "सोवईमैश" प्रयोगशाला विद्युत मशीनों के लिए कन्ट्रोल टैस्ट करते हुए नित्य नए परिणाम प्रदान करती है। यह आंकड़े उन सभी सैद्धांतिक गणनाओं को सिद्ध करते हैं जो Dmitiry Duyunov दमित्रि डुयुनोव की पूरी टीम कई वर्षों से सम्पादित कर रही है और इकठ्ठा कर रही है।
रूस में बनी और"Slavyanka" "स्लाव्यंका" तकनीक का उपयोग करके नवीनीकृत की गईं ऊर्जा दक्षता वर्ग IE1 की मोटरों के परीक्षण किये गए। परीक्षणों से पता चला कि ऊर्जा दक्षता वर्ग IE4 और उच्चतर को ऐसी मोटरों में लगाया जा सकता था।
"SovElMash" "सोवईमैश" इंजीनियर हर कदम पर अध्ययन करते रहते हैं कि अलग-अलग मापदंडों को बदलने से कंपनी द्वारा पुन: डिज़ाइन की गयीं और एकदम शुरुआत से बनाई गयी मोटरों का प्रदर्शन कैसे प्रभावित होता है। कम समय और संसाधन खर्च करते हुए अधिक आत्मविश्वास के साथ काम करने के लिए अब इस कार्य का संचालन आवश्यक है।
"SovElMash" “(सोवईमैश”) द्वारा विकसित मूल नियंत्रक (कंट्रोलर) का प्रयोगशाला परीक्षण पूरा हो गया था। उसके बाद इसे इलेक्ट्रिक साइकिल "ग्रैन" ("Gran”) के साँचे पर लगाया गया था जो पहले डुयुनोव (Duyunov) की हब मोटर के परीक्षण के लिए इस्तेमाल किया गया था। नियंत्रक (कंट्रोलर) के प्रदर्शन का परीक्षण शुरू करने के लिए "सोवईमैश” ("SovElMash”)की टीम के सदस्य उचित मौसम स्थितियोंइंतजार कर रहे हैं।
1000 चक्कर (revolution) प्रति मिनट घूर्णन (rotation) की गति के साथ साइज़ 90 मोटरों के लिए डिज़ाइन और इंजीनियरिंग दस्तावेज़ बनाना शुरू हो गया है। इन मोटरों में पैक की लंबाई के आधार पर परिवर्तनशील 3 शक्तियां (L, S, M) होंगी, और उनकी मूल लम्बाई चौड़ाई आदि के माप (डायमेंशन) रूसी आकार 90 के अनुरूप होंगे।
"SovElMash" ("सोव्मलैश") कंपनीअपने अवसरों का विस्तार कर रही है और काम के दायरे को बढ़ा रही है। इसीलिए कर्मचारियों के विस्तार पर भी निरंतर काम हो रहा है। वर्तमान में सूचना विश्लेषण विभाग के लिए नए परिसर तैयार किये जा रहे हैं।
इस बीच, SOLARGROUP कंपनी की टीम नए कार्यक्रमों की तैयारी पर काम कर रही है: विभिन्न देशों में परियोजना के नए प्रतिनिधि कार्यालय खोलने के लिए समर्पित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन। 2019 के अंत तक ये कार्यक्रम तीन देशों में आयोजित किये जा चुके होंगे : भारत, वियतनाम और हंगरी। संगठनात्मक मुद्दों से निपटने के लिए ,अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रॉजेक्ट की घोषणा करने और इसे अच्छी तरह से प्रस्तुत करने के लिए कई भाषाओं में सामग्री तैयार करना और उसका अनुवाद करना आवश्यक है।