सक्रिय या निष्क्रिय परिसंपत्ति प्रबंधन? संकीर्ण-सोच के बोध के फंदे
निवेशक के सोचने का ढंग औसत व्यक्ति के बोध से आमूलचूल रूप से भिन्न होता है। अपने पैसों का प्रभावी तरीके से प्रबंध करने के लिए आपको जवाबदेहियों से परिसंपत्तियों को अलग करना सीखना होगा और इसका एहसास करना होगा कि एक ही खरीद खरीद के उद्देश्य के आधार पर परिसंपत्ति या जवाबदेही बन सकती है।
"The Way to Financial Freedom" पुस्तक में उसके लेखक Eric Nyman एक तालिका प्रदान करते हैं, जो आपकी इसको समझने में मदद करेगी कि किस प्रकार से वही चीज, महारत हासिल किया गया कौशल या खरीदा गया उत्पाद उसकी स्थिति को बदल सकता है। इसका अर्थ यह हुआ कि यह आपके लिए आय का स्रोत या खर्च बन सकता है।
जाने-माने लेखक Robert Kiyosaki हमें एक सरल नियम सिखाते हैंः बैलेंस शीट पर जितनी कम देनदारियां और जितनी अधिक परिसंपत्तियाँ होंगी चीजें उतने ही अच्छे ढंग से चल रही होंगी। हम आपसे यह अपेक्षा नहीं करते कि आप आनन-फानन में अपनी कार या अपार्टमेंट को बेच डालेंगे, वरन आपको अवश्य ही स्पष्ट ढंग से समझना होगा कि आपकी संपत्ति का कौन सा हिस्सा पैसा लाएगा और कौन उसे ले जाएगा।
यह सरल विश्लेषण ढेर सारे भ्रमों से आपको निजात दिलाने का काम करेगा। नया फोन, कार खरीदने या महंगे रेस्त्रां में जाने की इच्छा अतार्किक है जो कि हमें संभावित लाभ से वंचित करती है क्योंकि खर्च किए गए पैसे से शेयरों या बांडों को खरीदा जा सकता है, जिनसे अंततः आय प्राप्त होती है।
अगर आप अपने बोध को बदलने और पेशेवर निवेशक की भाँति सोचने के लिए तैयार हैं तो अपनी दीवार पर हमारे इनफोग्रैफिक को सेव कर लीजिए।